इंटरेक्शन डिज़ाइन, जिसे अक्सर IxD के रूप में संक्षिप्त किया जाता है, "इंटरैक्टिव डिजिटल उत्पादों, वातावरणों, प्रणालियों और सेवाओं को डिज़ाइन करने की प्रक्रिया है।" डिजिटल पहलू से परे, इंटरेक्शन डिज़ाइन भौतिक उत्पादों का निर्माण करते समय भी उपयोगी होता है, यह पता लगाने में कि उपयोगकर्ता इसके साथ कैसे इंटरैक्ट कर सकता है।

डिजिटल दुनिया में सिस्टम और सेवाओं को परिभाषित करने वाला एक नाम है गूगल, जो दुनिया भर में उपयोगकर्ता अनुभव को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह चीजों को आसान और तेज़ बनाकर और दुनिया को छोटा बनाकर लोगों के जीवन को आसान बनाता है। तकनीक के सबसे सफल आविष्कारों में से एक कंप्यूटर है, जिसका उपयोग हम इंटरनेट तक पहुँचने के लिए करते हैं। कई लोग इंटरनेट का उपयोग करते हैं, खासकर छात्र, नौकरी की तलाश में लोग, या कोई व्यवसायी जिसे किसी चीज़ के बारे में विचारों या अतिरिक्त जानकारी की आवश्यकता होती है। यह सब गूगल द्वारा किया जाता है। गूगल एक दिशानिर्देश और सूचना एवं विचारों के स्रोत के रूप में कार्य करता है।

राष्ट्रीय डिज़ाइन संस्थान, असम ने युवा विचारशील मस्तिष्कों के लिए एक शिक्षण प्रक्रिया को एक साथ लाने और शैक्षणिक आवश्यकताओं और उद्योग की माँगों के बीच की खाई को पाटने हेतु गूगल के साथ एक शैक्षणिक सहयोग की शुरुआत का मार्ग प्रशस्त किया। गूगल के सहयोग से एनआईडी असम द्वारा "यूएक्स और इंटरेक्शन डिज़ाइन" पर एक ऑनलाइन सत्र आयोजित किया गया। 2 घंटे का यह गहन और संवादात्मक सत्र 22 फरवरी 2022 को आयोजित किया गया।

गूगल की इंटरेक्शन डिज़ाइनर, रम्या कार्यमपुडी ने सत्र का संचालन किया और यूएक्स और इंटरेक्शन डिज़ाइन की मूल बातें बताईं। इस अत्यंत जानकारीपूर्ण सत्र में एनआईडी, असम के उत्साही छात्रों ने भाग लिया। छात्रों ने यूएक्स और इंटरेक्शन डिज़ाइन क्या है और गूगल टीम कैसे काम करती है, यह सीखा!

इस बेहद सफल सत्र का संचालन संचार डिजाइन के अनुशासन प्रमुख श्री नितिन विश्वकर्मा ने किया।

Last Updated on अप्रैल 7, 2022